अधिकांश लोग जी रहे हैं
तीखा जीवन लगभग व्यंग्य
तीखा जीवन लगभग व्यंग्य
अधिकांश बँट गए से बचे
लगभग जीवन में
अधिकांश पर बैठी मृत्यु
लगभग स्वतंत्र अधिकांश लोगों में
स्वतंत्र होने की चाह
स्वतंत्रता के बाद भी
लगभग नागरिकों की अधिकांशतः श्रेष्ठ नागरिकता
लोकतंत्र का लगभग निर्माण कर चुकी है
अधिकांश लोग लगभग संतुष्ट हैं
शेष अधिकांश से लगभग अधिक हैं।
आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी यह रचना आज सोमवारीय चर्चा(http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/) में शामिल की गयी है, आभार
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